Thursday, August 18, 2016

ज़मीर नाम का मेरा बूढ़ा पडोसी:

खयाली पुलाव जीवन में हमने भी खूब पकाया !
घर पहुँचते पहुँचते दफ्तर को भी साथ ले आया !
"बेटा चक्की पीसो अकेला अकेला!" कौन बोला? किसने फरमाया?
"तेरा बाप" कहकर पडोसी ने डराया !

क्यों बे बुड्ढे? अभी तक तेरा टिकट नहीं कराया?
हस्ते हस्ते बूढ़े ने फिर बतलाया -
"बेटा उम्र हो गयी, फिर भी मौत नहीं आया, पर
तेरी ग़लीज़ जिंदगी देखकर मजा बहुत आया " !!??